मुख्तार गैंग का शूटर शाहरुख पठान एनकाउंटर में मारा गया

उत्तर प्रदेश की पुलिस ने एक बार फिर साबित किया कि अपराध के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति केवल कागज़ी नहीं है। इस बार एनकाउंटर में मारा गया है मुख्तार अंसारी गैंग का कुख्यात शूटर शाहरुख पठान, जो संजीव जीवा का करीबी सहयोगी था और 50 हजार का इनामी बदमाश था।
यह एनकाउंटर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के निकट हुआ जहाँ यूपी STF और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में इस खतरनाक अपराधी को ढेर कर दिया गया।

शाहरुख पठान कौन था और उसका कनेक्शन मुख्तार अंसारी गैंग से कैसे जुड़ा?

शाहरुख पठान, पूर्वांचल के अपराध जगत में एक जाना-पहचाना नाम था। उसका संबंध सीधे मुख्तार अंसारी गैंग से था और वह संजीव जीवा जैसे शार्प शूटर के साथ मिलकर कई हत्याओं और फिरौती के मामलों में शामिल रहा है।
इस शूटर पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने ₹50,000 का इनाम घोषित किया हुआ था क्योंकि वह लंबे समय से फरार था।

यूपी STF और पुलिस की ज्वाइंट एक्शन ने किया एनकाउंटर सफल

यूपी एनकाउंटर में शाहरुख पठान मारा गया यह खबर आते ही प्रदेश में कानून व्यवस्था पर चर्चा तेज हो गई। STF ने मुखबिर की सूचना पर शाहरुख पठान का पीछा किया और जबरदस्त एक्शन के बाद मुठभेड़ में उसे मार गिराया गया।
इस दौरान पुलिस को भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी मिला है।

एनकाउंटर की पूरी घटना: कैसे पुलिस ने किया शूटर का खात्मा

पुलिस सूत्रों के अनुसार, संजीव जीवा व मुख्तार गैंग का यह शूटर कई महीनों से उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमा में छिपा हुआ था। STF को जैसे ही उसकी लोकेशन की जानकारी मिली, टीम ने उसे घेर लिया।
मुठभेड़ के दौरान शाहरुख ने पुलिस पर फायरिंग की, लेकिन जवाबी कार्रवाई में वह गोली का शिकार हो गया।

कौन था संजीव जीवा और क्यों बना था मुख्तार अंसारी का भरोसेमंद?

संजीव जीवा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक कुख्यात अपराधी था जो बाद में मुख्तार अंसारी का दायां हाथ बन गया। उसने कई शूटरों की फौज खड़ी की थी जिसमें शाहरुख पठान प्रमुख चेहरा था।
संजीव जीवा एनकाउंटर भी काफी चर्चित रहा था, जिससे यह साफ हुआ कि यूपी सरकार अब गैंगस्टर राज को खत्म करने के मिशन पर है।

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मुख्तार गैंग का शूटर शाहरुख पठान एनकाउंटर में मारा गया

मुख्तार अंसारी गैंग के शूटरों पर क्यों चल रही है लगातार कार्रवाई?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के आने के बाद से ही यूपी पुलिस और STF ने मुख्तार अंसारी गैंग के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है।
यूपी एनकाउंटर जैसे ऑपरेशन से कई शूटर और अपराधी मारे जा चुके हैं या जेल भेजे जा चुके हैं।
इसका मकसद सिर्फ अपराधियों को खत्म करना नहीं बल्कि एक कड़ा संदेश देना भी है कि अब यूपी में अपराधियों की नहीं चलेगी।

जनता में भरोसा बढ़ा, अपराधियों में खौफ

इस यूपी एनकाउंटर में शाहरुख पठान मारा गया यह घटना सोशल मीडिया और न्यूज़ चैनलों पर ट्रेंड कर रही है।
जनता अब यूपी पुलिस की कार्यशैली की तारीफ कर रही है क्योंकि इससे आम आदमी में सुरक्षा का भरोसा मजबूत हुआ है।
वहीं दूसरी तरफ, गैंगस्टर और शूटरों में भय का माहौल है।

50 हजार इनामी शूटर की मौत: सरकार की नीति पर एक नजर

यह कोई पहला मामला नहीं है जब उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस तरह से किसी इनामी अपराधी को एनकाउंटर में ढेर किया हो।
सरकार की स्पष्ट नीति है – “अपराध या तो छोड़ दो या राज्य छोड़ दो।”
संजीव जीवा व मुख्तार गैंग के अन्य सदस्य भी अब रडार पर हैं और अगली कार्रवाई कभी भी हो सकती है।

क्या यह एनकाउंटर न्यायोचित है? जानिए कानूनविदों की राय

कई कानून विशेषज्ञ इस बात से सहमत हैं कि यदि अपराधी आत्मसमर्पण नहीं करता और पुलिस पर गोली चलाता है, तो पुलिस को आत्मरक्षा में कार्रवाई का अधिकार है।
शाहरुख पठान का मारा जाना इस तरह के केस में आता है जहाँ पुलिस की जवाबी फायरिंग में अपराधी मारा गया।

यूपी एनकाउंटर की वजह से अपराध दर में कमी?

सरकारी रिपोर्टों और NCRB डाटा के अनुसार, पिछले 3 वर्षों में उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध और गैंगस्टर गतिविधियों में भारी गिरावट आई है।
इसका एक प्रमुख कारण है लगातार हो रहे एनकाउंटर और अपराधियों की धरपकड़।

मीडिया और सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया

जैसे ही खबर आई कि यूपी एनकाउंटर में संजीव जीवा व मुख्तार गैंग का शूटर शाहरुख पठान मारा गया, मीडिया चैनलों पर ब्रेकिंग न्यूज़ चलने लगी।
सोशल मीडिया पर लोग #UPEncounter और #ShahrukhPathan जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।

क्या यह यूपी मॉडल दूसरे राज्यों के लिए भी मिसाल है?

बहुत से राज्यों में आज भी गैंगवार, माफिया राज और शूटरों का आतंक जारी है।
उत्तर प्रदेश की अपराध नियंत्रण नीति एक उदाहरण बनकर उभरी है जिसे कई राज्यों ने अपनाना भी शुरू किया है।

निष्कर्ष: एनकाउंटर नहीं, यह था जनता का न्याय

यूपी एनकाउंटर में शाहरुख पठान मारा गया यह सिर्फ एक अपराधी की मौत नहीं बल्कि यूपी की जनता को डर और आतंक से मुक्ति दिलाने की दिशा में एक ठोस कदम है।
सरकार और पुलिस की यह नीति आगे भी जारी रहेगी और जो भी व्यक्ति समाज के खिलाफ हथियार उठाएगा, उसे ऐसी ही कड़ी सजा मिलेगी।

कुछ महत्वपूर्ण सवाल-जवाब (FAQ)

Q. शाहरुख पठान कौन था?
A. शाहरुख पठान, मुख्तार अंसारी गैंग का एक कुख्यात शूटर था जो 50 हजार का इनामी था और कई हत्या व रंगदारी मामलों में वांछित था।

Q. क्या शाहरुख पठान का एनकाउंटर कानूनी था?
A. हाँ, पुलिस के अनुसार उसने पहले फायरिंग की और जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई।

Q. यूपी पुलिस की इस कार्रवाई का क्या असर पड़ेगा?
A. इससे अपराधियों में डर पैदा होगा और आम जनता में सुरक्षा का भरोसा बढ़ेगा।

Q. क्या मुख्तार अंसारी गैंग के अन्य सदस्य भी रडार पर हैं?
A. जी हाँ, पुलिस का अगला लक्ष्य अन्य शूटरों और गैंग लीडर्स पर कार्रवाई करना है।

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