बिहार की राजधानी पटना के पुनपुन इलाके से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के स्थानीय नेता सुरेंद्र केवट की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने उन्हें नजदीक से कई गोलियां मारी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हत्या के बाद इलाके में सन्नाटा और दहशत का माहौल है।
अपराधियों ने ताबड़तोड़ बरसाईं गोलियां
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुरेंद्र केवट जैसे ही अपने घर के पास किसी से बातचीत कर रहे थे, तभी बाइक सवार दो अज्ञात हमलावरों ने उन्हें निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। गोलीबारी इतनी तेज थी कि स्थानीय लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही हमलावर फरार हो गए।

अस्पताल ले जाने से पहले ही तोड़ दिया दम
घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग और BJP कार्यकर्ता उन्हें नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शरीर पर तीन से चार गोलियों के निशान पाए गए हैं।
BJP कार्यकर्ताओं में आक्रोश, पुलिस पर लापरवाही का आरोप
घटना के बाद BJP के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सुरेंद्र केवट को पहले से ही जान का खतरा था, जिसकी सूचना कई बार प्रशासन को दी गई थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया।
सुरेंद्र केवट कौन थे?
सुरेंद्र केवट भाजपा के स्थानीय स्तर के नेता थे और पुनपुन क्षेत्र में काफी सक्रिय और लोकप्रिय चेहरा माने जाते थे। सामाजिक कार्यों और संगठनात्मक गतिविधियों में उनकी सक्रिय भागीदारी थी।
पुलिस की शुरुआती जांच: आपसी रंजिश की आशंका
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस हत्या के पीछे पुरानी रंजिश या राजनीतिक दुश्मनी हो सकती है। हालांकि, अभी तक हमलावरों की पहचान नहीं हो पाई है। CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं और इलाके में नाका बंदी कर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
बढ़ते अपराध पर सवाल, कानून व्यवस्था पर निशाना
इस घटना ने एक बार फिर बिहार की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। राजधानी पटना के नजदीक ऐसी नृशंस हत्या से यह साफ होता है कि अपराधी बेखौफ हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री और BJP नेताओं की प्रतिक्रिया
घटना के बाद BJP के कई वरिष्ठ नेताओं ने इस हत्या की निंदा करते हुए दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। वहीं, मुख्यमंत्री की ओर से अब तक कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है।
निष्कर्ष: क्या बिहार में फिर बढ़ता जा रहा है राजनीतिक हत्याओं का दौर?
BJP नेता सुरेंद्र केवट की हत्या ने बिहार की राजनीतिक सरगर्मी को फिर गर्म कर दिया है। सवाल यह है कि क्या आने वाले चुनाव से पहले राज्य में राजनीतिक हत्याओं का दौर शुरू हो चुका है? और क्या प्रशासन इस पर रोक लगा पाएगा?